मुख्यमंत्री ने दी खिलाड़ियों की लंबित पुरस्कार राशि देने को मंजूरी

जल्द ही हम नई स्टार्टअप पॉलिसी लाएंगे – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसे समय में जबकि देश आर्थिक हालातों को लेकर चिंतित है, हमारी सरकार प्रदेश में उद्यमियों को निवेश के लिए उपयुक्त माहौल प्रदान करने में कोई कमी नहीं रखेगी। युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए जल्द ही हम नई स्टार्टअप पॉलिसी लाएंगे। उद्योगों को आगे बढ़ाने के …

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मुख्यमंत्री ने दी खिलाड़ियों की लंबित पुरस्कार राशि देने को मंजूरी

राज्य स्तरीय विकास एवं समन्वय समितियों के पुनर्गठन को मंज़ूरी

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के माध्यम से प्रदेशभर में संचालित विकास कार्यक्रमों और योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति की नियमित समीक्षा के लिए पांच राज्य स्तरीय समितियों के गठन को स्वीकृति दी है। पूर्व में गठित कुल 12 समितियों के स्थान पर अब केवल 5 राज्य स्तरीय समितियां गठित …

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गुहिल वंश

मेवाड़ के गुहिल

मेवाड़ को प्राचीन काल में शिवि, प्राग्वाट, मेदपाट कहा गया है। गुहिल वंश को गुहिलोत, गोहिल्य, गोहिल, गोमिल भी कहा गया है। इस वंश का आदिपुरुष गुहिल था। इस कारण इस वंश के राजपूत जहाँ-जहाँ जाकर बसे उन्होंने स्वयं को गुहिलवंशीय कहा। गौरीशंकर हीराचन्द ओझा गुहिलों को विशुद्ध सूर्यवंशीय मानते हैं, जबकि डी. आर. भण्डारकर …

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राजपूतों की उत्पत्ति

हर्ष की मृत्यु (647 ई.) के पश्चात् राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में राजपूत की सत्ता स्थापित हुई। राजपूत शब्द की उत्पति राष्ट्रकूट से हुई। सातवीं सदी से बाहरवीं सदी इतिहास में राजपूत काल के नाम से जानी जाती है। राजपूतों की उत्पति के विषय में अनेक मत प्रचलित है। अतः यह प्रश्न विवादास्पद है। राजपूताना …

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महाजनपद काल में राजस्थान | जनपद

राजस्थान में जनपद

आर्य संक्रमण के बाद राजस्थान में जनपदों का उदय होता है, जहाँ से हमारे इतिहास की घटनाएँ अधिक प्रमाणों पर आधारित की जा सकती हैं। यह जनपद चित्तौड़, अलवर, भरतपुर, जयपुर क्षेत्र में विस्तृत थे तथा यह क्रमशः शिवी, राजन्य, शाल्व एवं मत्स्य जनपद के नाम से जाने जाते थे। महाजनपद काल में राजस्थान कालांतर में महाजनपद का काल आया जिसमें राजस्थान …

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राजस्थान में यवन-शुंग-कुषाण काल

मौर्यों के अवसान के बाद शुंग वंश का उत्थान हुआ था। पंतजलि के महाभाष्य से ज्ञात होता है कि शुंगों ने यवनों से माध्यमिका की रक्षा की थी। यवन शासक मिनाण्डर ने 150 ई.पू. में माध्यमिका (नगरी) को जीता था। राजस्थान में नलियासर, बैराठ व नगरी से यूनानी राजाओं के 2 सिक्के मिले। कनिष्क के …

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