मेवाड़ के गुहिल
मेवाड़ को प्राचीन काल में शिवि, प्राग्वाट, मेदपाट कहा गया है। गुहिल वंश को गुहिलोत, गोहिल्य, गोहिल, गोमिल भी कहा गया है। इस वंश का आदिपुरुष गुहिल था। इस कारण इस वंश के राजपूत जहाँ-जहाँ जाकर बसे उन्होंने स्वयं को गुहिलवंशीय कहा। गौरीशंकर हीराचन्द ओझा गुहिलों को विशुद्ध सूर्यवंशीय मानते हैं, जबकि डी. आर. भण्डारकर …