मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 30 जनवरी को ‘आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा‘ योजना के नवीन चरण का शुभारम्भ किया। यह अभिनव कदम प्रदेश की लगभग दो तिहाई आबादी की स्वास्थ्य रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
आयुष्मान भारत MGRSBY के नए चरण की विशेषता:
- राज्य में पूर्व में संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के 98 लाख लाभार्थी परिवारों के साथ ही सामाजिक आर्थिक जनगणना (SECC 2011) के पात्र परिवारों को भी शामिल कर योजना का दायरा बढ़ाते हुए आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नए चरण में अब 1 करोड़ 10 लाख परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की गई है।
- इस योजना में वार्षिक प्रीमियम 1750 करोड़ रुपए का लगभग 80 प्रतिशत (1400 करोड़ रुपए) अंशदान राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- प्रति परिवार सालाना निःशुल्क उपचार सीमा को 3.30 लाख के स्थान पर बढ़ाकर 5 लाख रुपए तथा उपचार के लिए उपलब्ध 1401 पैकेज को बढ़ाकर 1576 किया गया है।
- सामान्य बीमारियों के लिए 50 हजार तथा गंभीर बीमारियों के लिए 4.50 लाख तक का निःशुल्क इलाज उपलब्ध होगा।
- सरकारी के साथ-साथ सम्बद्ध निजी तथा राज्य में स्थित भारत सरकार के चिकित्सालयों में भी निःशुल्क इलाज मिलेगा।
- भर्ती से 5 दिन पहले और डिस्चार्ज के 15 दिन बाद तक का चिकित्सा खर्च भी निःशुल्क पैकेज में शामिल किया गया है।
- इस योजना के पैकेज की सूची में कोविड-19 के इलाज और हीमोडायलिसिस को भी जोड़ा गया है।
- आने वाले दिनों में पोर्टेबिलिटी का विकल्प उपलब्ध होने के बाद राजस्थान के निवासियों को दूसरे राज्य के चिन्हित अस्पतालों में भी इस योजना के तहत निशुल्क इलाज का लाभ उपलब्ध हो सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने आमजन से इस अभिनव योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताने और इस बारे में जागरूकता लाने की अपील की है ताकि जीवन रक्षा के इस मिशन में हम सब भागीदार बन सकें साथ ही स्वास्थ्य बीमा योजना के लोगो और प्रचार सामग्री का विमोचन किया। इस दौरान योजना की विशेषताओं और प्रक्रियाओं के बारे में एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना स्त्रोत