3 फरवरी 2021 को राजस्थान के युवाओं के साथ सभी वर्गों को कौशल विकास से जोड़ने के लिए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम RSLDC द्वारा तीन योजनाओं का शुभारम्भ किया गया। कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना ने इन तीन योजनाओं का शुभारंभ किया तथा नई योजनाओं के पोस्टर्स और लोगो का विमोचन भी किया गया।
योजनाओं का प्रमुख उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिलाकर स्वरोजगार की ओर अग्रसर करना है। तीनों ही योजनाओं में प्रतिवर्ष 1 लाख से अधिक सभी वर्गों को रोजगार और स्वरोजगार देने का प्रयास किया जाएगा।
RSLDC की तीनों योजनाएं निम्नलिखित है:
समर्थ : (समर्थ कौशल से आत्मनिर्भर)
- इस योजना उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं, विशेष एवं वंचित वर्गों, पिछड़े एवं हाशिये पर मौजूद परिवार के लोगों की क्षमताओं को बढ़ाने व रोजगार-स्वरोजगार एवं उद्यमिता आधारित कौशल को बढ़ाना है।
- इसमें युवाओं को आजीविका अर्जन के लिए समर्थ बनाना है।
- योजना में आयु सीमा – 15 से 50 वर्ष
- यह 100 फीसदी राज्य सरकार पोषित योजना है, जिसमें निशुल्क प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण प्रति दिवस 2 घंटे से 8 घंटे तक की रहेगी।
- प्रशिक्षण का पंजीयन – निशुल्क
सक्षम : (सक्षम युवा, सक्षम राजस्थान)
- स्वरोजगार आधारित कौशल शिक्षा महाअभियान
- इसमें प्रदेश के युवाओं व महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर अपना स्वयं का व्यवसाय या सामूहिक स्वरोजगार के लिए तैयार किया जाएगा।
- आयु सीमा – 15 से 45 वर्ष
- इसमें भी निशुल्क प्रशिक्षण मिलेगा।
- पंजीयन शुल्क
- सामान्य पुरूष श्रेणी के लिए – 400 रूपये
- अन्य सभी श्रेणियों महिलाएं, एससी, एसटी, ओबीसी के लिए – 200 रूपये
- निगम टूलकिट भी उपलब्ध कराएगा।
राजक्विक : (रोजगार आधारित जन कौशल विकास कार्यक्रम)
- इस योजना उद्देश्य राज्य के बेरोजगार युवाओं को बाजार-प्रासंगिक कौशल का प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर देना है।
- इस योजना में 36 आर्थिक सेक्टरों में 328 पाठयक्रमों के तहत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की उपलब्धता होगी।
- आयु सीमा – 15 से 35 वर्ष
- महिलाओं व विशेष योग्यजन के लिए अधिकतम आयु सीमा – 45 वर्ष
RSLDC द्वारा तीन योजनाओं का शुभारम्भ / RSLDC द्वारा तीन योजनाओं का शुभारम्भ