एक जिला एक उत्पाद योजना ODOP
केंद्र सरकार कारोबार को आसान करने पारंपरिक उद्योगों को प्रोत्साहन व रोज़गार की उपलब्धता बढ़ाने के लिए देश के 700 जिलों के अपने-अपने सबसे अच्छे उत्पाद के प्रसार में मदद के लिए एक कार्यक्रम ‘एक जिला एक उत्पाद योजना ODOP’ शुरू करने जा रही है। इस योजना में सभी राज्यों के साथ मिलकर काम किया जायेगा। इसके अंतर्गत राज्य के हर जिले के पारंपरिक उद्योग को प्रोत्साहन दिया जायेगा तथा ओडीओपी उत्पादों को उत्पादित कर रही इकाईयों को पूंजी निवेश की स्थिति में सहायता दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने इस सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार करने हेतु सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिए है। राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2020 की शुरुआत (फरवरी-मार्च) में संभागवार हर जिले की खासियत रहे उत्पादों को चिह्नित कर उद्यमियों और सरकारी अधिकारियों से संवाद कर योजना पर काम शुरु कर दिया है। खासकर सूक्ष्म और लघु उद्योगों में निर्मित ऐसे उत्पादों और सेक्टरों को ध्यान में रख कर चिह्नित किया गया, जिन्हें बेहतर संभावनाओं के साथ बड़े प्लेटफॉर्म पर लाया जा सकता है।
जिलेवार चुने गए उत्पाद व सेक्टर निम्न है:-
क्र. सं. | जिला | उत्पाद |
1 | अलवर | खाद्य प्रसंस्करण व हस्तशिल्प |
2 | अजमेर | गोटालूम व हस्तशिल्प |
3 | बांसवाड़ा | हस्तशिल्प व कृषि उद्योग |
4 | बारां | कृषि उद्योग, हस्तशिल्प, हथकरघा और वनोत्पाद |
5 | बाड़मेर | हस्तशिल्प व हथकरघा |
6 | भरतपुर | खाद्य प्रसंस्करण, |
7 | भीलवाड़ा | वस्त्र व खनिज |
8 | बीकानेर | सिरेमिक, खाद्य प्रसंस्करण व ऊनी वस्त्र |
9 | बूंदी | खाद्य प्रसंस्करण व चावल |
10 | चित्तौडगढ़़ | स्टोन कटिंग व होटल पर्यटन |
11 | चूरू | लकड़ी हस्तशिल्प |
12 | दौसा | खाद्य प्रसंस्करण व हस्तशिल्प |
13 | धौलपुर | दुग्ध |
14 | डूंगरपुर | हस्तशिल्प व स्टोन |
15 | हनुमानगढ़ | कृषि उद्योग |
16 | जयपुर | इंजीनियरिंग उत्पाद, कास्टिंग व इलेक्ट्रिकल उत्पाद |
17 | जालौर | हथकरघा |
18 | जैसलमेर | स्टोन |
19 | झालावाड़ | स्टोन व हथकरघा |
20 | झुंझुनूं | कृषि व खाद्य प्रसंस्करण |
21 | जोधपुर | हस्तशिल्प |
22 | करौली | स्टोन व लाख चूड़ी |
23 | कोटा | खाद्य प्रसंस्करण |
24 | नागौर | हस्तशिल्प व औजार |
25 | पाली | वस्त्र, पर्यटन |
26 | प्रतापगढ़ | कृषि, खाद्य प्रसंस्करण |
27 | राजसमंद | स्टोन कटिंग, सिरेमिक, ज्वैलरी व हस्तकला |
28 | सवाई माधोपुर | पर्यटन व खाद्य प्रसंस्करण |
29 | सीकर | हस्तशिल्प व खनिज |
30 | सिरोही | मार्बल हस्तशिल्प |
31 | श्रीगंगानगर | कृषि प्रसंस्करण |
32 | टोंक | स्टोन व कृषि प्रसंस्करण |
33 | उदयपुर | वस्त्र, हस्तशिल्प व पर्यटन |
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा राज्य क्षेत्रों के अनुमोदित ODOP
यह योजना आगतो की प्राप्ति के संबंध में स्केल के लाभ उठाने, सामान्य सेवाएं प्राप्त करने और उत्पादों के मार्केटिंग के एक जिला एक उत्पाद दृष्टिकोण को अपनाती हैं। इस योजना के लिए ओडीओपी मूल्य श्रृंखला विकास और सपोर्ट अवसंरचना के एकत्रीकरण के लिए रूपरेखा प्रदान करेगा। एक जिले में एक से अधिक ओडीओपी उत्पादों के क्लस्टर हो सकते हैं।
एक राज्य में एक से अधिक निकटवर्ती जिले से मिलकर ओडीओपी उत्पादों का एक समूह हो सकता है। विकारी खाद्य पर योजना के केंद्र को ध्यान में रखते हुए, राज्य एक जिले के खाद्य उत्पाद की पहचान करेगा। राज्य सरकार द्वारा आधारभूत अध्ययन किया जाएगा। ओडीओपी उत्पाद विकारी खाद्य कृषि उत्पाद, दाल आधारित उत्पाद और एक खाद्य उत्पाद जो एक जिले और उनके संबंध क्षेत्रों में बड़े स्तर पर उत्पादित जो एक जिले और उनके संबद्ध क्षेत्रों में बड़े स्तर पर उत्पादित होते हैं, हो सकते हैं। इस प्रकार के उत्पादों की इलस्ट्रेटिव सूची में आम, आलू, लिची, टमाटर, किनू, भुजिया, पेठा, पापड़, आचार, मोटा अनाज आधारित उत्पाद, मछली पालन, पॉल्ट्री, मांस और जानवरों का चारा इत्यादि। इसके अलावा/अतिरिक्त इस योजना के तहत कूड़े से कमाई वाले उत्पादों सहित पारम्परिक और नवाचारी उत्पादों को सहायता दी जा सकती है। उदाहरण के लिए शहद आदिवासी क्षेत्रों में छोटे जंगली उत्पादों, हल्दी, आवंला इत्यादि जैसे पारम्परिक भारतीय हर्बल खाने योग्य पदार्थ।
ODOP योजना का लाभ
- कृषि उत्पादों के लिए सहायता, उनके प्रसंस्करण के साथ-साथ हानि कम करने, उचित परख और भण्डारण तथा विपणन के प्रयासों के लिए होगी।
- पूंजी निवेश के लिए मौजूदा व्यक्तिगत सूक्ष्म इकाईयों को सहायता प्रदान करने के लिए प्राथमिकता उनको दी जाएगी जो ओडीओपी उत्पादों को उत्पादित कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा इकाईयां, जो अन्य उत्पाद उत्पादित कर रही है, को भी सहायता दी जाएगी।
- समूहों द्वारा पूंजी निवेश की स्थिति में प्रमुखतया जो ओडीओपी उत्पादों में शामिल हैं, को सहायता दी जाएगी। ऐसे जिलों में अन्य उत्पादों को संसाधित करने वाले समूहों समान केवल उन उत्पादों के प्रसंस्करण के लिए होगा, जो पर्याप्त तकनीकी वित्तीय और उद्यमशीलता क्षमता के साथ हैं। व्यक्तियों या समूहों के लिए नई इकाईयों को केवल ओडीओपी उत्पादों के लिए समर्थन किया जाएगा।
- सामान्य अवसंरचना और विपणन तथा ब्रांडिंग के लिए सहायता केवल ओडीओपी उत्पादों के लिए होगी। राज्य या क्षेत्रीय स्तर पर विपणन और ब्रांडिंग के लिए सहायता की स्थिति में जिलों के उत्पादों को उसी उत्पाद के रूप में शामिल नहीं किया जा सकता है जिसमें ओडीओपी को भी शामिल किया जा सकता है।
- वाणिज्य विभाग कृषि निर्यात नीति के तहत समर्थन के लिए एक क्लस्टर दृष्टिकोण पर कृषि फसलों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और कृषि मंत्रालय भी तुलनात्मक लाभ रखने वाले जिलों में विशिष्ट कृषि उत्पादों के विकास के लिए एक क्लस्टर दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा राज्य क्षेत्रों के अनुमोदित ODOP की सूची निम्न है:
क्र. सं. | जिला | उत्पाद |
1 | अलवर | प्याज़ |
2 | अजमेर | गुलाब |
3 | बांसवाड़ा | आम |
4 | बारां | लहसुन |
5 | बाड़मेर | अनार |
6 | भरतपुर | सरसों आधारित उद्योग |
7 | भीलवाड़ा | मक्का आधारित उत्पाद |
8 | बीकानेर | मोठ( भुजिआ, नमकीन, पापड़) |
9 | बूंदी | चांवल आधारित उत्पाद – पोहा, मुरमुरा |
10 | चित्तौडगढ़़ | गुड़ |
11 | चूरू | मूंगफली उत्पाद |
12 | दौसा | गेंहू (अनाज आधारित उत्पाद – दलिया, जौ, बाजरा), टमाटर |
13 | धौलपुर | आलू आधारित उत्पाद – चिप्स |
14 | डूंगरपुर | आम |
15 | हनुमानगढ़ | गेंहू अनाज आधारित उत्पाद – नूडल्स, पास्ता |
16 | जयपुर | टमाटर |
17 | जालौर | इसबगोल |
18 | जैसलमेर | मरुद्भिद पोषक फल – कैर, सांगरी व्यापक रूप से अचार या सब्जी के रूप में प्रयुक्त |
19 | झालावाड़ | संतरा |
20 | झुंझुनूं | फल आधरित उत्पाद, निम्बू |
21 | जोधपुर | जीरा – सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग, भुनाई, जीरा आधारित पेय |
22 | करौली | तिल – सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग, भुनाई तथा गजक |
23 | कोटा | धनिया |
24 | नागौर | मेंथी |
25 | पाली | दूध उत्पाद |
26 | प्रतापगढ़ | लहसुन |
27 | राजसमंद | फल आधारित उत्पाद – आमला, जामुन, सीताफल, विविध वन उत्पाद |
28 | सवाई माधोपुर | अमरुद |
29 | सीकर | प्याज़ |
30 | सिरोही | सौंफ – मुखवास एवं मसाला हेतु सफाई, ग्रेडिंग, वर्गीकरण, पैकिंग तथा चीनी लेपित उत्पाद |
31 | श्रीगंगानगर | किन्नू |
32 | टोंक | सरसों आधारित उत्पाद |
33 | उदयपुर | विविध वन उत्पाद, आमला, सीताफल, जामुन |
एक जिला एक उत्पाद योजना ODOP / एक जिला एक उत्पाद योजना ODOP
स्त्रोत MOFPI