17 अप्रेल 2022 को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने की पहल पर राज्य में एल-रूट सर्वर स्थापित किया गया है। इस व्यवस्था के बाद अब यदि पूरे एशिया या भारत में किसी तकनीकी गड़बड़ी या प्राकृतिक विपदा के कारण इंटरनेट कनेक्टिविटी में दिक्कत आती है, तो भी यह राजस्थान में बिना किसी रूकावट के चलती रहेंगी। साथ ही इससे हाइ स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित होगी।
- सरकार की इस पहल से प्रदेश में आमजन के साथ ही उद्योग जगत को भी अब इंटरनेट में रूकावट का सामना नहीं करना पड़ेगा। आईसीएएनएन के इस रूट सर्वर से अब राजस्थान डोमेन नेम सिस्टम के लिए किसी रूट सर्वर पर निर्भर नहीं है।
स्थापना – भामाशाह स्टेट डाटा सेंटर में स्थापित इस सर्वर को सरकार ने इंटरनेट कॉर्पोरेशन फर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers , ICANN) के साथ मिलकर स्थापित किया है।
- उल्लेखनीय है कि आईसीएएनएन एक एजेंसी है जो कि डीएनएस रिजोल्यूशन एवं रूट सर्वर को मैनेज करने का कार्य करती है। ये रूट सर्वर डीएनएस सर्वर एवं क्लाइंट के साथ कनेक्टिविटी स्थापित करने का काम करते हैं। वर्तमान में देश में दिल्ली, मुंबई और गोरखपुर में तीन जे-रूट सर्वर हैं और मुंबई व कोलकाता में दो एल-रूट सर्वर हैं, लेकिन राज्य स्तर पर एल-रूट सर्वर स्थापित करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
राजस्थान में स्थापित हुआ एल-रूट सर्वर / राजस्थान में स्थापित हुआ एल-रूट सर्वर