राज्य के चयनित 24 जिले क्रमशः जयपुर, अजमेर, अलवर, चित्तौड़गढ़, कोटा, बारां, झालावाड़, जोधपुर, पाली, जालौर, बाड़मेर, नागौर, बांसवाड़ा, टोंक, करौली, सवाई माधोपुर, उदयपुर, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, बून्दी, झुन्झुनूं, सिरोही, जैसलमेर एवं गंगानगर में विभिन्न उद्यानिकी फसलों यथा- फल, मसाला एवं फूलों के क्षेत्रफल, उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि की गई है।
इस योजना में वर्ष 2018-19 में 78.43 करोड (₹47.06 करोड़ केन्द्रीय अंश तथा ₹31.37 करोड़ राज्यांश के रूप में) की एक कार्य योजना स्वीकृत की गई है। इस मिशन के अन्तर्गत वर्ष 2018-19 में ₹59.02 करोड़ (₹35.41 करोड़ केन्द्रीय अंश तथा ₹23.61 करोड़ राज्यांश के रूप में) व्यय किए गए हैं।
इसी अवधि में 3,383 हैक्टेयर में फलों के बगीचे स्थापित किए गए हैं। 111 हैक्टेयर क्षेत्र में समन्वित कीट व्याधि प्रबन्धन किया गया है। वर्ष 2018-19 में 3.54 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में ग्रीन हाऊस, 0.24 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में शेडनेट, 1.18 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में प्लास्टिक टनल, 701 हैक्टेयर क्षेत्र में प्लास्टिक मल्चिंग, 164 वर्मी कम्पोस्ट इकाईयां स्थापित, 1,172 कम लागत के प्याज भण्डारणों का निर्माण, 106 पैकहाउस एवं 196 जल संग्रहण स्त्रोतों का विकास किया जा चुका है