पुरातत्ववेत्ताओं के अनुसार राजस्थान प्राचीन इतिहास पूर्व पाषाणकाल से प्रारंभ होता है। राजस्थान की यह मरुभूमि प्राचीन सभ्यताओं की जन्म स्थली रही है। यहाँ कालीबंगा, आहड़, बैराठ, बागौर, गणेश्वर जैसी अनेक पाषाणकालीन, सिन्धुकालीन और ताम्रकालीन सभ्यताओं का विकास हुआ, जो राजस्थान के इतिहास की प्राचीनता सिद्ध करती है। यह पृष्ठ राजस्थान के प्राचीन इतिहास को 1200 ईसवी तक संग्रहित करता है और इसे दो खंडों में विभाजित किया गया है:
- 900 ईसवी तक
- 900 से – 1200 ईसवी तक
राजस्थान का प्राचीन इतिहास (900 ईसवी तक)
पाषाण काल
- पुरा पाषाण काल
- 5,00,000 – 1,00,000 ईसा पूर्व: निम्न पुरापाषाण काल [ डीडवाना ]
- 1,00,000 – 40,000 ईसा पूर्व: मध्य पुरापाषाण काल [ लूणी घाटी | बूढ़ा पुष्कर ]
- 40,000 – 10,0000 ईसा पूर्व: उच्च पुरापाषाण काल
- 10,000 – 5,000 ईसा पूर्व: मध्य पाषाण काल [ बागोर | तिलवाड़ा ]
- 5000 – 1000 ईसा पूर्व: नव पाषाण काल
सिंधु घाटी सभ्यता
राजस्थान की ताम्र पाषाण संस्कृति
- 3000 – 1500 ईसा पूर्व: अहर-बनास संस्कृति [ आयड़ | ओजियाना | गिलूण्ड | बालाथल | पचमता ]
- 2500 – 2000 ईसा पूर्व: गेरू रंग का बर्तनों (OCP) संस्कृति [ गणेश्वर | जोधपुरा ]
राजस्थान में लौह-युग
- 1500 – 500 ईसा पूर्व: वैदिक काल के दौरान राजस्थान [ नोह् | ईसवाल | सुनारी | जोधपुरा | नगर | रैढ़ | नगरी ]
राजस्थान का ऐतिहासिक काल
- 500 – 321 ईसा पूर्व: महाजनपद काल के दौरान राजस्थान [बैराठ सभ्यता]
- 321 – 184 ईसा पूर्व: राजस्थान में मौर्य शासन
- 1 ईसा पूर्व – 2 ईसवी: राजस्थान में यवन-शुंग-कुषाण काल [ रंगमहल ]
- 351 – 503 ईसवी: राजस्थान में गुप्त काल [ भीनमाल ]
- 500- 700 ईसवी: राजस्थान में हुना, वर्धन साम्राज्य
राजस्थान का प्राचीन इतिहास (900 – 1200 ईसवी तक)
प्राचीन राजस्थान के शासक
- मंडोर के गुर्जर-प्रतिहार
- भीनमाल के प्रतिहार
- मेवाड़ का गुहिल वंश
- शाकंभरी के चौहान
- रणथंभौर के चौहान
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सबंधित पीडीऍफ़:
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