5 सितम्बर 2022 को शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने शिक्षा संकुल में राज्य के स्कूली बच्चों के लिए मिशन ‘बुनियाद’ का शुभारम्भ किया। मिशन बुनियाद को राजस्थान सरकार द्वारा चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन (CIFF), कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन (पीरामल फाउंडेशन), जी.डी.आई. पार्टनर्स तथा कोंन्वेजीनियस के सहयोग से शुरू किया गया है। कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन के अनुसार यह कार्यक्रम भारत का सबसे बड़ा पर्सनलाइज्ड ऐडेप्टीव लर्निंग (P.A.L.) कार्यक्रम है |
मिशन बुनियाद
मिशन बुनियाद डिजिटल लर्निंग का कार्यक्रम है | इस कार्यक्रम में प्रत्येक विद्यार्थी के समझने की क्षमता के आधार पर उसे व्यक्तिगत पढ़ने की सामग्री, सॉफ्टवेयर द्वारा प्रदान की जाती है, जिससे बच्चे स्वयं अपना मूल्यांकन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करके, विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता बढ़ाना, जेंडर गैप कम करना, ड्राप आउट रेट कम करना है। इसके माध्यम से प्रदेश के लगभग 20 लाख विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल शिक्षा प्राप्त हो सकेगी।
- इस कार्यक्रम की शुरूआत दिसम्बर, 2020 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 6 जिलों उदयपुर, सिरोही, भीलवाड़ा, सीकर, धौलपुर और करौली में की गई थी। इन जिलों से कक्षा 8 से 12 तक के 24,360 विद्यार्थी प्रोजेक्ट में शामिल हुए और उनके सीखने की क्षमता में औसतन 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई |