दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान तौउते (TAUKTAE) ओर तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान (very severe cyclone) बन गया है। पिछले 06 घंटों में 11 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से लगभग उत्तर दिशा की और आगे बढ़ा है। वर्तमान में इसका केंद्र LATITUDE 15.0°N AND LONGITUDE 72.7°E है।
अति गंभीर चक्रवाती तूफान (very severe cyclone) के उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने तथा 17 मई शाम के आसपास गुजरात तट के पोरबंदर-महुआ (भावनगर जिला) के मध्य क्षेत्र से गुजरने की संभावना है। 18 मई दोपहर/शाम के समय इस सिस्टम के कमजोर होकर डिप्रेशन (Depression) के रूप में दक्षिण पश्चिम राजस्थान से प्रवेश करने की संभावना है।
मौसम का पूर्वानुमान एवं चेतावनी:
- 16 मईः उदयपुर, जोधपुर व कोटा संभाग के जिलों के कुछ भागों में थंडरस्टोर्म के साथ हल्के से मध्यम बारिश होगी।
- 17 मई: उदयपुर, जोधपुर, कोटा व अजमेर संभाग के जिलों के कुछ भागों में थंडरस्टोर्म (GUSTY WINDS 40-50 KMPH) के साथ हल्के से मध्यम बारिश जबकि एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। 18-19 मई को इस सिस्टम का सर्वाधिक असर होगा।
- 18 मई: उदयपुर संभाग के कुछ जिलों में मेघगर्जन/वज्रपात के साथ (Thunder Squall तेज हवाएँ 50-60 KMPH), अत्यंत भारी बारिश (204.5+ mm) होने की संभावना है। जबकि जोधपुर, कोटा व अजमेर संभाग के जिलों में कंही कंही भारी से अति भारी बारिश (64.5-204.4 mm) होने की संभावना है।
- 19 मईः उदयपुर, अजमेर, जोधपुर, कोटा, व जयपुर संभाग के कुछ जिलों में मेघगर्जन/वज्रपात के साथ (तेज हवाएँ 40-50 KMPH), कंही कंही भारी से अति भारी बारिश (64.5-204.4 mm) होने की संभावना है।
- 20 मई: अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में मेघगर्जन/वज्रपात के साथ (तेज हवाएँ 40-50 KMPH), कंही कंही भारी से अति भारी बारिश (64.5-204.4 mm) होने की संभावना है। 21 मई से इस सिस्टम का प्रभाव खत्म होगा।
संभावित प्रभाव (Impact expected) व सलाह:
- भारी बारिश से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है। आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जाती है कि खुले आसमान अथवा खलिहान में पड़े अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।
- कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके।
- खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है अतः सुरक्षित स्थान पर रखें।
- यदि अपने आसपास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे, तो पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें.
- तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है.
- अंधड़ के समय दृशयता कम होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें.