हर्षत माता मंदिर

हर्षत माता मंदिर

राजस्थान के दौसा जिले के आभानेरी में चांद बावड़ी के पश्चिमी ओर गुम्बद युक्त हर्षत माता का मंदिर स्थित है। कुछ अभिलेखों में हर्षत माता को हरसिद्धि माता भी कहा गया है। उन्हें हर्ष एवं उल्लास की देवी माना जाता है।

पुरातत्व विभाग के अनुसार हर्षत माता मंदिर का निर्माण निकुम्भ वंश के राजा चांद (चन्द्र) ने 8वीं से 9वीं शताब्दी में करवाया था। हर्षत माता मंदिर तथा चांद बावड़ी समकालीन संरचनाएं हैं। इनका निर्माण एक ही राजा ने एक ही काल में करवाया था। हर्षत माता का मंदिर एक ऊंचे मंच पर स्थापित है। यहां पहुंचने के लिए कुछ सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इस मंच के चारों ओर परिक्रमा में पाषाणी भित्तियों पर सूर्यमुखी पुष्पों की नक्काशी की गई है। इस मंदिर का निर्माण महामेरू शैली में किया गया है। यह पूर्वाभिमुख मंदिर दोहरी जगती पर स्थित है। मंदिर योजना में पंचस्थ गर्भगृह प्रदक्षिणापथ युक्त है, जिसके अग्रभाग में स्तम्भों पर आधारित मण्डप है। गर्भगृह एवं मण्डप गुम्बदाकार छत युक्त है। इस मंदिर की बाहरी दीवार पर भद्र-ताखों में हिन्दू देवी देवताओं की प्रतिमाएं उत्कीर्ण है। ऊपरी जगती के चारों ओर ताखों में रखी सुन्दर मूर्तियां जीवन के धार्मिक एवं लौकिक दृश्यों को दर्शाती हैं जो कि इस मंदिर की मुख्य विशेषता है। .

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