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SUBJECT – राजस्थान भूगोल
TOPIC – राजस्थान भूगोल: प्रमुख भौतिक भू-आकृतियाँ : पर्वत, पठार, मैदान, मरूस्थल | प्रमुख नदियाँ एवं झीलें ।जलवायु : विशेषताएं एवं उनका वर्गीकरण | प्रमुख वनस्पति प्रकार | कृषि- प्रमुख फसलें : उत्पादन व वितरण ।
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Q1 राजस्थान की प्रमुख खारे पानी की झीलो के बारे में बताइए । 2M
Answer:
जस्थान खारे पानी की झीलों के लिए zजाना जाता है ।
- यह झीलें राज्य के पश्चिमी मरुस्थलीय व अंतर स्थलीय प्रभाव वाले क्षेत्र में पाई जाती है
- यह प्राकृतिक एवं छिछली हैं।
- अधिकतर झीलों में व्यावसायिक स्तर पर नमक का उत्पादन किया जाता है।
- राजस्थान में सर्वाधिक खारे पानी की झीलें नागौर जिले में पाई जाती है
प्रमुख झीलें –
- सांभर (जयपुर,नागौर) राजस्थान की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। इसे 1990 में रामसर साइट घोषित किया गया था। मेंथा, रूपनगढ़, खारी, खंडेला नदियां सांभर में आकर गिरती है।
- पचपदरा झील – बालोतरा (बाड़मेर) में स्थित , यहां उत्तम कोटि के नमक (98% सोडियम क्लोराइड) का उत्पादन होता है। यहां खरवाल जाति नमक उत्पादन में मोरली झाड़ी का उपयोग करती है।
- डीडवाना झील (नागौर) का नमक निम्न श्रेणी का होता है , अतः इसका उपयोग खाने की बजाय औद्योगिक कार्यों में होता है। यहां सोडियम सल्फेट संयंत्र लगाया गया है।
- लूणकरणसर (बीकानेर) एवं कुचामन (नागौर), तलछापर (चूरू) , फलौदी(जोधपुर) ,रेवासा (सीकर) , कावोद (जैसलमेर)आदि अन्य प्रमुख खारे पानी की झीलें हैं।
Q2 बनास नदी तंत्र का वर्णन करें तथा इसकी सहायक नदियों के नाम बताएं। 5M
Answer:
बनास नदी राजस्थान की यमुना, वन की आशा अथवा वर्णशा भी कहलाती है।
- बनास नदी अरावली की खमनोर पहाड़ियों से निकलती है ।
- यह कुम्भलगढ़ से दक्षिण की ओर गोगुन्दा के पठार से प्रवाहित होती हुई नाथद्वारा, राजसंमद रेल मगरा पार कर चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, टोंक जिले से होती हुई सवाई माधोपुर में चम्बल से मिलती है|
- बनास राज्य में पूर्णतः बहने वाली सबसे लम्बी नदी व सबसे अधिक जलग्रहण क्षेत्र वाली नदी है। बनास नदी के तट के टोडारायसिंह कस्बे के निकट बीसलपुर बाँध बनाया गया है।
सहायक नदियां – दाएं ओर की प्रमुख सहायक नदियां बेड़च, मेनाल तथा बाईं ओर की प्रमुख सहायक नदियां कोठारी, खारी, मोरल, ढूंढ आदि हैं।
तीन त्रिवेणी संगम बनाती है –
- रामेश्वर ( सवाई माधोपुर) : चंबल , बनास एवं सीप
- मेनाल (भीलवाड़ा) : बनास , मेनाल , बेड़च
- राजमहल (टोंक) : बनास, खारी, डाई
Q3 राजस्थान को भौतिक विभागों में विभक्त कीजिये तथा पश्चिमी मरुस्थलीय प्रदेश का विस्तार से वर्णन कीजिये ।10M
Answer:
राजस्थान को उच्चावच और जलवायु के आधार पर चार भौतिक क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
रेगिस्तान | अरावलीपर्वत | पूर्वी मैदानक्षेत्र | हाड़ौती/मालपठार | ||
शुष्क | अर्द्ध शुष्क | ||||
Area % | 61 | 9 | 23 | 7 | |
Population (%) | 40 | 10 | 39 | 11 | |
districts(OLD) | 12 | 13 | 10 | 7 | |
मिट्टी | बलुई मिट्टी | पहाड़ी मिट्टी | जलोढ़ | हल्की काली/कपासी मिट्टी | |
rainfall | 0-20 cm | 20-40 cm | 40-60cm | 60-80 cm | 80-120 |
climate | शुष्क और अर्धशुष्क | उप आर्द्र | आर्द्र | अधिकतम आर्द्र | |
Vegetation(Koppen) | मरूद्भिदऔर कांटेदार | स्टेपी (विशालतम) | शुष्क पर्णपाती | सूखा और गीला | सवाना (वागड़ हाडोती+माउंट आबू) |
राजस्थान का पश्चिमी मरुस्थलीय क्षेत्र
- शुष्क रेगिस्तान (58.5%)
- 25 सेमी आइसोहायेट रेखा के पश्चिम में स्थित है
- इसमें जिले शामिल हैं: जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, और नागौर और चुरू के कुछ हिस्से
- विशेषता: बरखान-प्रकार के रेत के टीलों और न्यूनतम वर्षा (0-25 सेमी)
- उथले अवसादों की उपस्थिति (रण): थोब, बाप, ताल छापर
- अस्थायी झीलें (पलाया)
- समुद्री जीवाश्मों की प्रचुरता टेथिस सागर के पीछे हटने का संकेत देती है
- भारत-पाक सीमा पर सामरिक महत्व
- खनिज संसाधनों के कारण आर्थिक महत्व → जैसे। बाड़मेर पेट्रोलिफेरस बेसिन
अर्ध-शुष्क क्षेत्र (41.5%)
- रेत के टीलों के बिना चट्टानी रेगिस्तानी परिदृश्य
- 25-50 सेमी वर्षा होती है
- उपखंड
- घग्गर बेसिन: घग्घर → मृत नदी, चिकनी मिट्टी और उपजाऊ मिट्टी
- शेखावाटी अंतर्देशीय: अंतर्देशीय जल निकासी (कांतली, मेंथा आदि), बीड (चारागाह भूमि), जोहड़ (), एसएआर (मानसून के दौरान तालाब)
- नागौरी उपभूमि: अधिकतम खारे पानी की झीलें, कूबड़ बेल्ट (अजमेर-नागौर), अधिकतम फ्लोराइड
- लूनी बेसिन: लूनी – रेगिस्तानी क्षेत्र की जीवन रेखा; नेहाद रण; खारा पौधा (हेलोफाइट)
- खारे पानी की झीलों (जैसे सांभर, डीडवाना) और उच्च फ्लोराइड सामग्री के लिए उल्लेखनीय
Q4 राजस्थान के प्राकृतिक वनस्पति प्रकारो का विवेचना कीजिए। 10M
Answer:
अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान की शुष्क जलवायु और विरल वन आवरण के बावजूद, राजस्थान की विशिष्ट भौतिक और जलवायु परिस्थितियों के कारण विभिन्न पारिस्थितिक क्षेत्रों में विविध प्रकार की वनस्पतियाँ पनपती हैं। हालाँकि, भारत के 24.62% की तुलना में केवल 9.60% वन आवरण के साथ, इस क्षेत्र को अपने पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
- उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन: (50 सेमी से कम वर्षा)
- पश्चिमी शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में विशेषकर जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, बीकानेर, चूरू, नागौर, सीकर, झुंझुनू आदि जिलों में पाया जाता है।
- इन वनों में पेड़ बौने होते हैं। इनकी जड़ें लंबी और पत्तियां कांटेदार होती हैं जैसे. खेजड़ी, रोहिड़ा, बेर, केर।
- फोग,आकड़ा ,केर , लाना और झरबेर जैसी झाड़ियाँ भी मौजूद हैं।
- सेवण और धामन सहित विभिन्न घासें मौजूद हैं।
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन:
- यह राजस्थान के एक विशाल क्षेत्र को कवर करता है, जहाँ 50 से 100 सेमी वर्षा होती है।
- शुष्क सागवान वन, सालार वन, बांस वन, ढोकरा वन, पलाश वन, खेर वन, बबूल वन और मिश्रित पर्णपाती वन में विभाजित।
- उदयपुर, डूंगरपुर, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, बारां, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, सिरोही, पाली, अजमेर, जयपुर, अलवर, सीकर और अन्य जिलों में पाए जाते हैं।
- उपोष्णकटिबंधीय पर्वतीय वन (वर्षा> 100 सेमी):
- यह केवल माउंट आबू क्षेत्र में ही पाया जाता है।
- इसकी विशेषता सदाबहार और अर्ध-सदाबहार वनस्पति है।
- पेड़ों में आम, बांस, नीम, सागवान और अन्य प्रजातियां शामिल हैं।
- ये वन राजस्थान के कुल वन क्षेत्र के 0.5% से भी कम पर हैं।
Q5 Translate the following sentences into English :
1.थोड़ी देर में आग बुझा देना वरना चारों तरफ फैल जायेगी।
2.अगर मैंने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया होता, तो यह घातक हो सकता था।
3.कुछ हद तक उसकी बात सही है; लेकिन पूरी तरह नहीं।
4.एक पल के लिए तो मुझे लगा था कि मैं गया, पर भगवान का शुक्र है कि मैं सही सलामत हॅूं।
5.शायद उसने सोचा हो कि उसके दोस्त हाथ बढ़ायेंगे और उसकी ताकत बनेंगे।
Answer:
1.Put out (Extinguish) the fire just after a while or else (otherwise) it will spread all around.
2.If I hadn’t noticed it before time, it could have been hazardous.
3.To some extent, he is right; But not quite/completely.
4.For a moment, I thought that I was gone, thank God that I am safe.
5.He might have thought that his friends would lend him their hands and become his strength.